Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi 2024

Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi हनुमान चालीसा की लिरिक्स हिंदी में हनुमान चालीसा का पाठ

नमस्ते दोस्तों! आज मैं आपके साथ साझा कर रहा हूँ Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi। हनुमान चालीसा, भगवान हनुमान की स्तुति के लिए गाया जाने वाला एक प्रसिद्ध भजन है। तुलसीदास जी द्वारा रचित यह भजन हर संकट में हमें आश्रय प्रदान करता है। आइए, बिना देर किए, हम हनुमान चालीसा के 40 दोहों को पढ़ते हैं और उनके अर्थ को समझते हैं।

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Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi हनुमान चालीसा की लिरिक्स हिंदी में

Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi हनुमान चालीसा की लिरिक्स हिंदी में हनुमान चालीसा का पाठ
Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi हनुमान चालीसा की लिरिक्स हिंदी में हनुमान चालीसा का पाठ

अब हम हनुमान चालीसा के सभी 40 छंदों को हिंदी में प्रस्तुत कर रहे हैं:

श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।

बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार।

बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार॥

जय हनुमान ज्ञान गुण सागर।

जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥

राम दूत अतुलित बल धामा।

अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥

महाबीर बिक्रम बजरंगी।

कुमति निवार सुमति के संगी॥

कंचन बरन बिराज सुबेसा।

कानन कुंडल कुंचित केसा॥

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजे।

कांधे मूंज जनेऊ साजे॥

शंकर सुवन केसरी नंदन।

तेज प्रताप महा जग बंदन॥

विद्यावान गुनी अति चातुर।

राम काज करिबे को आतुर॥

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।

राम लखन सीता मन बसिया॥

सूक्ष्म रूप धरी सियहिं दिखावा।

बिकट रूप धरी लंक जरावा॥

भीम रूप धरी असुर सँहारे।

रामचन्द्र के काज सँवारे॥

लाय संजीवन लखन जियाए।

श्रीरघुबीर हरषि उर लाए॥

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।

तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई॥

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।

अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं॥

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।

नारद सारद सहित अहीसा॥

जम कुबेर दिगपाल जहाँते।

कवी कोबिद कहि सके कहाँते॥

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।

राम मिलाय राजपद दीन्हा॥

तुम्हरो मंत्र विभीषन माना।

लंकेश्वर भए सब जग जाना॥

जुग सहस्र जोजन पर भानू।

लील्यो ताहि मधुर फल जानू॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।

जलधि लाँघि गए अचरज नाहीं॥

दुर्गम काज जगत के जेते।

सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥

राम दुआरे तुम रखवारे।

होत न आज्ञा बिनु पैसारे॥

सब सुख लहै तुम्हारी सरना।

तुम रक्षक काहू को डरना॥

आपन तेज सम्हारो आपै।

तीनों लोक हाँक ते काँपै॥

भूत पिशाच निकट नहिं आवै।

महाबीर जब नाम सुनावै॥

नासै रोग हरै सब पीरा।

जपत निरंतर हनुमत बीरा॥

संकट ते हनुमान छुड़ावै।

मन क्रम वचन ध्यान जो लावै॥

सब पर राम तपस्वी राजा।

तिनके काज सकल तुम साजा॥

और मनोरथ जो कोई लावै।

सोय अमित जीवन फल पावै॥

चारों जुग परताप तुम्हारा।

है परसिद्ध जगत उजियारा॥

साधु संत के तुम रखवारे।

असुर निकंदन राम दुलारे॥

अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता।

अस बर दीन जानकी माता॥

राम रसायन तुम्हरे पासा।

सदा रहो रघुपति के दासा॥

तुम्हरे भजन राम को पावै।

जनम जनम के दुख बिसरावै॥

अन्त काल रघुबर पुर जाई।

जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई॥

और देवता चित्त न धरई।

हनुमत सेई सर्व सुख करई॥

संकट कटै मिटै सब पीरा।

जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥

जय जय जय हनुमान गोसाईं।

कृपा करहु गुरु देव की नाईं॥

जो सत बार पाठ कर कोई।

छूटहि बंदि महा सुख होई॥

पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।

राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप॥

हनुमान चालीसा लिरिक्स का महत्त्व

हनुमान चालीसा के पाठ का महत्त्व अनगिनत है। इसे पढ़ने से मन को शांति मिलती है, नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है, और जीवन में सफलता प्राप्त होती है। भगवान हनुमान की कृपा से जीवन में आने वाली सभी बाधाएँ दूर होती हैं और सुख-समृद्धि आती है।

Hanuman Chalisa Lyrics के नियम

हनुमान चालीसा का पाठ करते समय कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक है। पाठ को साफ-सुथरे स्थान पर बैठकर करना चाहिए, और मन को एकाग्रचित्त रखना चाहिए। सुबह और शाम के समय पाठ करना सबसे लाभकारी माना जाता है।

हनुमान चालीसा का पाठ कब और कैसे करें?

हनुमान चालीसा का पाठ दिन में किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सुबह और शाम का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है। इसे एकाग्रचित्त होकर और भगवान हनुमान के प्रति पूर्ण श्रद्धा के साथ करना चाहिए।

हनुमान चालीसा के विभिन्न पहलू

हनुमान चालीसा के हर छंद का अपना एक विशेष महत्त्व है। हर छंद में भगवान हनुमान की किसी विशेष शक्ति या गुण का वर्णन किया गया है। इसके माध्यम से हम भगवान हनुमान के चरित्र को और गहराई से समझ सकते हैं।

Hanuman Chalisa Lyrics का प्रभाव

हनुमान चालीसा के पाठ का प्रभाव अद्वितीय होता है। इसके नियमित पाठ से मन की शांति, साहस, और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। यह न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।

हनुमान चालीसा लिरिक्स का इतिहास

हनुमान चालीसा लिरिक्स का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। इसे गोस्वामी तुलसीदास जी ने 16वीं शताब्दी में लिखा था। तुलसीदास जी ने भगवान हनुमान के प्रति अपनी असीम श्रद्धा और भक्ति को इस भजन के माध्यम से व्यक्त किया है।

हनुमान चालीसा का साहित्यिक महत्त्व

हनुमान चालीसा न केवल धार्मिक बल्कि साहित्यिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसकी भाषा सरल और प्रभावी है, जो सीधे हृदय को छू जाती है। तुलसीदास जी ने इसमें छंदों का उपयोग अत्यंत कुशलता से किया है।

हनुमान चालीसा और आधुनिक जीवन

आधुनिक जीवन की भागदौड़ और तनावपूर्ण वातावरण में हनुमान चालीसा का पाठ अत्यंत लाभकारी है। यह हमें मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करता है, और जीवन की कठिनाइयों का सामना करने में सहायक होता है।

हनुमान चालीसा लिरिक्स और योग

हनुमान चालीसा का पाठ योग के साथ भी जुड़ा हुआ है। योगाभ्यास के दौरान इसके पाठ से मन की एकाग्रता बढ़ती है और ध्यान की गुणवत्ता में सुधार होता है। यह हमें आत्मिक शांति और संतुलन प्रदान करता है।

Hanuman Chalisa Lyrics In Hindi Pdf Download

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हनुमान चालीसा हिंदी PDF डाउनलोड

हनुमान चालीसा की लिरिक्स को हिंदी में पीडीएफ के रूप में डाउनलोड करना बहुत आसान है। यह भक्तों के लिए बहुत उपयोगी है। इससे आप भगवान हनुमान की स्तुति कर सकते हैं। पीडीएफ दस्तावेज़ में हनुमान चालीसा के 40 दोहे होते हैं। यह आपको कहीं भी और कभी भी पढ़ने की सुविधा देता है। पीडीएफ को आप मोबाइल, टैबलेट या कंप्यूटर पर स्टोर कर सकते हैं। आप इसे प्रिंट भी कर सकते हैं। हनुमान चालीसा की लिरिक्स हिंदी में पीडीएफ आपके आध्यात्मिक जीवन को समृद्ध बनाएगा।

हनुमान चालीसा का भक्तों पर प्रभाव

हनुमान चालीसा का पाठ करने वाले भक्तों पर इसका अद्वितीय प्रभाव पड़ता है। भक्तों का आत्मविश्वास बढ़ता है, और वे जीवन की कठिनाइयों का सामना करने में सक्षम होते हैं। भगवान हनुमान की कृपा से उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त होती है।

हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ

हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ अत्यंत प्रभावी होता है। जब इसे समूह में पढ़ा जाता है, तो इसकी शक्ति और प्रभाव बढ़ जाता है। सामूहिक पाठ से भक्तों को सामूहिक शक्ति और एकता का अनुभव होता है।

हनुमान चालीसा लिरिक्स और संगीत

हनुमान चालीसा लिरिक्स का पाठ संगीत के साथ भी किया जा सकता है। संगीत के साथ पाठ करने से इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है, और मन को अधिक शांति और आनंद की अनुभूति होती है।

हनुमान चालीसा के पाठ की विधि

हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए सबसे पहले एक शांत और पवित्र स्थान का चयन करें। फिर भगवान हनुमान की प्रतिमा या चित्र के सामने बैठकर उनका ध्यान करें। इसके बाद धीरे-धीरे और श्रद्धा के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करें।

हनुमान चालीसा और बच्चों का मानसिक विकास

हनुमान चालीसा का पाठ बच्चों के मानसिक विकास के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। इससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है, और वे जीवन की कठिनाइयों का सामना करने में सक्षम होते हैं। इसके साथ ही उनकी एकाग्रता और ध्यान क्षमता में भी सुधार होता है।

Hanuman Chalisa Lyrics का पाठ और स्वास्थ्य

Hanuman Chalisa Lyrics का पाठ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। इसके नियमित पाठ से मन की शांति, तनाव का नाश, और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे जीवन में खुशहाली और संतुलन बना रहता है।

हनुमान चालीसा और आध्यात्मिक विकास

हनुमान चालीसा का पाठ आध्यात्मिक विकास के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से हम भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और आत्मिक शांति और संतुलन प्राप्त कर सकते हैं। इससे हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है।

FAQs on Hanuman Chalisa Lyrics

FAQ On Hanuman Chalisa Lyrics
FAQ On Hanuman Chalisa Lyrics
  1. हनुमान चालीसा कब और कैसे पढ़नी चाहिए?

    हनुमान चालीसा का पाठ सुबह और शाम के समय करना सबसे लाभकारी माना जाता है। इसे शांत और पवित्र स्थान पर बैठकर श्रद्धा और एकाग्रता के साथ पढ़ना चाहिए।

  2. हनुमान चालीसा के कितने छंद होते हैं?

    हनुमान चालीसा में कुल 40 छंद होते हैं, जिनमें भगवान हनुमान के गुणों, शक्तियों, और उनके जीवन से जुड़ी घटनाओं का वर्णन किया गया है।

  3. हनुमान चालीसा का पाठ करने के क्या लाभ होते हैं?

    हनुमान चालीसा का पाठ करने से मन की शांति, भय का नाश, और जीवन में सफलता प्राप्त होती है। भगवान हनुमान की कृपा से जीवन में आने वाली सभी बाधाएँ दूर होती हैं।

  4. क्या हनुमान चालीसा का पाठ बच्चे भी कर सकते हैं?

    हाँ, हनुमान चालीसा का पाठ बच्चे भी कर सकते हैं। इससे उनके मानसिक विकास में मदद मिलती है और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।

  5. हनुमान चालीसा का पाठ किसने लिखा है?

    हनुमान चालीसा का लेखन गोस्वामी तुलसीदास जी ने किया है। उन्होंने 16वीं शताब्दी में इसे लिखा था।

  6. क्या हनुमान चालीसा का पाठ करने के विशेष नियम हैं?

    हाँ, हनुमान चालीसा का पाठ करते समय साफ-सुथरे स्थान पर बैठकर और मन को एकाग्रचित्त रखकर पाठ करना चाहिए। सुबह और शाम के समय पाठ करना सबसे लाभकारी माना जाता है।

निष्कर्ष

हनुमान चालीसा एक अत्यंत प्रभावशाली और पूजनीय भजन है, जो भगवान हनुमान की महिमा का गुणगान करता है। इसके नियमित पाठ से न केवल मन की शांति और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, बल्कि जीवन में सफलता और समृद्धि भी प्राप्त होती है। भगवान हनुमान की कृपा से जीवन की सभी बाधाएँ दूर होती हैं और सुख-समृद्धि का आगमन होता है।